प्रो बृजेश सिंह |
इस अवसर पर प्रो बृजेश सिंह ने क्रांतिकारी डॉ. गया प्रसाद कटियार की कुर्बानी को स्मरण किया और बताया कि सरदार भगत सिंह व चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों से नजदीकी तौर से जुड़े रहे डॉ. कटियार एक महान क्रांतिकारी थे और उनको अंग्रेज सांडर्स हत्याकांड में उम्र कैद की सजा हुई थी और उन्हें भारत भूमि से दूर अंडमान द्वीप की कालापानी जेल में भेज दिया गया था। उन्होंने 17 वर्ष तक जेल की यातना सहन की ।
प्रखर श्रीवास्तव ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भी वे आजीवन शोषित पीड़ित जनता के लिए लड़ते रहे और स्वतंत्र भारत में भी 2 वर्ष तक जेल में रहे।
कार्यक्रम में क्रान्तिकारी डॉ. गया प्रसाद कटियार के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजबहादुर ने की व संचालन नागेंद्र कन्नौजिया ने किया।
वक्ताओं में उषा रानी कोरी, देव कबीर, अशोक शुक्ला, उमाकांत विश्वकर्मा, मान सिंह, परमेश्वर दयाल कन्नौजिया, अनूप कटियार, बृजेंद्र सिंह, मीरा देवी, संजय पटेल, आदि वक्ताओं ने प्रमुख रुप से अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर सुभाष चन्द्र, विपुल, देवेंद्र, विकास, अमित, चौधरी ओमप्रकाश, रेनू, पद्म सिंह, रिचा कन्नौजिया, शरद, बलराम, नंदकिशोर आदि उपस्थिति थे।
कार्यक्रम में मौजूद श्रोता |
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